केंद्रों पर कापिया हुई सील, छुट्टी पर परीक्षक

कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने मूल्याकन कार्य बुधवार से बंद कर दिया



मेरठ। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने मूल्याकन कार्य बुधवार से बंद कर दिया। जिले में पाच केंद्रों पर मूल्याकन का काम चल रहा था। पहले दो दिन में 53 हजार कापिया मूल्याकित हो चुकी थी। अब बुधवार से पांचों मूल्याकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं को सील कर दिया गया है। गुरुवार सुबह उप-प्रधान परीक्षकों को मूल्यांकन केंद्र बुलाकर उनसे उत्तर पुस्तिकाओं को लेकर कोठार में रखने के बाद सील कर दिया गया गया है।


स्कूल बंद नए सत्र का दाखिला भी प्रभावित


यूपी बोर्ड की ओर से अगले निर्देश तक मूल्यांकन बंद रहने के साथ ही स्कूल भी बंद रहेंगे। ऐसे में स्कूल नए सत्र में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी नहीं कर सकेंगे। मूल्यांकन कार्य अप्रैल में होने के कारण तमाम स्कूलों के शिक्षक भी अप्रैल में मूल्यांकन कार्य में लगे रहेंगे। इससे स्कूलों में प्रवेश संबंधी कोई काम नहीं हो सकेगा। मूल्यांकन केंद्र बने स्कूलों में बच्चों को पंजीकरण के लिए भी नहीं बुला सकते क्योंकि मूल्यांकन के दौरान केंद्र पर बाहरी किसी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित होता है।


देर से शुरू होगा सत्र, पढ़ाई पर पड़ेगा असर


माध्यमिक स्कूलों में एक अप्रैल से नया सत्र शुरू होता है। पर इस बार कोरोना के कारण मूल्यांकन प्रभावित होने के बाद अब नए सत्र की पढ़ाई भी प्रभावित होगी। अप्रैल में मूल्यांकन होने से दाखिले नहीं हो सकेंगे। शिक्षक मूल्यांकन में लगे रहेंगे इसलिए स्कूलों में कक्षाएं भी संचालित नहीं हो सकेंगे। आधा अप्रैल मूल्यांकन में बीतने के बाद दूसरे पखवाड़े में दाखिले की प्रक्रिया चलेगी। संभव है कि माध्यमिक स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों के पूर्व इस साल कक्षाएं संचालित न की जा सकें।